रायपुर, 07 जून 2024 । भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा प्रायोजित एवं पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला कुलपति पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय , डॉक्टर हेमलता शुक्ला , मोहन वर्ल्यानी अध्यक्ष प्रकृति की ओर सोसायटी, पूर्व अध्यक्ष ग्रीन आर्मी डॉ गजपाल कार्यक्रम समन्वयक जिला संघटक प्रोफेसर सुनील तिवारी एवं शहर के महाविद्यालयो के कार्यक्रम अधिकारी, स्वयं सेवक उपस्थित रहे इस अवसर पर पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें रायपुर शहर के विभिन्न महाविद्यालयों ने अपनी सहभागिता दी
कुलपति ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया एवं विद्यार्थियों को इस दिशा में सक्रियता से भाग लेने के लिए कहा डा हेमलता शुक्ला ने पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन पर अपने विचार व्यक्त किए मोहन वर्ल्यानी ने पर्यावरण संरक्षण पर अपने अनुभव साझा किया दुर्गा महाविद्यालय की कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसोरिया ने कहा कि अभी गर्मी अधिक है जमीन अन्दर से गर्म है दो तीन बरसात के बाद ही वृक्षारोपण किया जाना चाहिए लोकमाता अहिल्यादेवी भी किस तरह से पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित थी मातोश्री अहिल्याबाई ने महेश्वर में कोटि लिंगरचन की परंपरा शुरू की थी जिसके तहत प्रतिदिन 108 ब्राह्मण सवा लाख पार्थिव शिवलिंग बनाते थे और हर एक शिवलिंग में अनाज का एक दाना रखा जाता था नर्मदा की तली में जो जीव अंदर रहते थे वह इस शिवलिंग की मदद से अपना भोजन लेते थे और जो दाना नदी से बहकर चला जाता था उस नदी के किनारे एक पौधे का निर्माण होता था यह परंपरा आज भी कायम है
आज के समय में 108 की जगह 11 ब्राह्मण 11 000 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण करते हैं सुबह सूर्योदय से यह शिवलिंग का निर्माण होता है और दिन की 12:00 के समय तक इन्हें नर्मदा नदी में विसर्जित किया जाता है इस पर्यावरण दिवस पर दुर्गा महाविद्यालय के छात्रों ने सीड बॉल्स का निर्माण किया एवं इस जगह-जगह वितरित किया पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यक्रम में आए सभी अतिथि एवं कार्यक्रम अधिकारी गण को सीड बाल दिया गया इसी तरह नालंदा परिसर में जाकर वहां के विद्यार्थियों को भी सीड बाल देकर पर्यावरण के प्रति जागरूक किया दुर्गा महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ प्रतिभा मुखर्जी साहूकार को भी विद्यार्थियों ने सीड बॉल दिया प्राचार्य ने विद्यार्थियों की इस इस पहल को बहुत सराहा .