रायपुर 19 सितंबर 2024
अमृत टुडे / ठगी का यह तरीका पुराना है लेकिन जागरूकता की कमी की वजह से व्यापारीगण आज भी इस प्रकार की ठगी का शिकार हो रहे है।
पेमेंट गेटवे
हम आज के इस दौर में आनलाइन लेनदेन को सुविधा जनक बनाने के लिए व्यापारी, बैंक, एवम ग्राहक के मध्य एक तीसरा प्लेटफार्म विकसित किया गया है ,जो की एक प्रकार का ई कॉमर्स सॉफ्टवेयर है ,जिसे पेमेंट गेटवे कहा जाता है ,मार्केट में आज की स्थिति में लगभग 20 पेमेंट गेटवे उपलब्ध है ,जैसे _पेटीएम,पे यू,गूगल पे ,फोन पे,मोविक्विक ,बिल्डेक्स, ई पैसा ,रेजर पे, इत्यादि ।
कैसे हो रही ठगीठग व्यापारियों को ठगने के लिए आज कल फर्जी पेमेंट गेटवे का उपयोग कर रहे है ,वे जब भी दुकान में लेनदेन करने जाते है ,समान खरीदने के बाद फर्जी पेमेंट गेटवे से डिलीवरी का फर्जी मेसेज बनाकर व्यापारी को दिखा देते है ,की पैसा उन्होंने व्यापारी के खाते में ट्रांसफर कर दिया है लेकिन ऐसा होता नहीं है ।टारगेट उन दुकानों को किया जाता है , जहां भीड़ भाड़ ज्यादा होती है । फर्जी पेमेंट गेटवे ,प्ले स्टोर से आसानी से इंस्टाल किया जा सकता है।
क्या करें
व्यापारियों को वाइस ट्रांजेक्शन मशीन का उपयोग लेन देन में करना चाहिए ,मेसेज को चेक करना चाहिए ,ग्राहक का डिटेल्स अपने पास अवश्य रखे।
ठगी होने पर क्या करें
अगर ठगी का शिकार हो गए हो तो तत्काल 1930 पे फोन करके इसकी सूचना देवे, गूगल पर जाकर सेंट्रल गेवरमेंट के साइबर रिपोर्टिंग पोर्टल www.cyber crime. gov.in पर इसकी रिपोर्ट करें,नजदीकी थाने से संपर्क करें