रायपुर, 20 जनवरी 2025
अमृत टुडे। शहर की प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्था युवा में स्वास्थ्य जागरूकता विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ शासन द्वारा धन्वन्तरि सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ के बी श्रीनिवास राव थे। कार्यक्रम के शुरूआत में संस्था युवा के सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉ के बी श्रीनिवास राव का शॉल, श्रीफल, सूत का माला एवं पुष्प गुच्छ से किया।
कार्यक्रम के शुरूआत में मुख्य वक्ता डॉ के बी श्रीनिवास राव ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मानव शरीर की संरचना और उसके प्रकृति के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार प्रत्येक मानव के शरीर में वात, पित्त और कफ़ दोष विद्यमान होते हैं और इनके असंतुलन से ही मनुष्य में संबंधित विकार पैदा होता है और शरीर में बीमारी का जन्म होता है। इसीलिए व्यक्ति में बीमारी के ईलाज के पहले उसके कारक दोष को जानना आवश्यक होता है। अब केंद्र सरकार भी समूचे देश के नागरिकों को प्रकृति परीक्षण नामक मोबाईल एप के माध्यम से उनके शरीर के प्रकृति औऱ दोषों का पता लगाकर ईलाज करवाने पर जोर दे रही है।
उन्होंने छात्रों को देर रात तक जग कर पढ़ना और फिर अगले दिन दोपहर को सोने को बुरी आदत कहा। बल्कि उनके अनुसार छात्रों को जल्दी सोकर सुबह जल्दी उठकर पढ़ने को श्रेयस्कर कहा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के अनुसार हमारा दिमाग सुबह ज्यादा सक्रिय होता है, इसीलिए छात्रों को सुबह उठकर पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने छात्रों को चाय-कॉफी, तली भुनी चीजें और मीठे से परहेज करने को कहा। इन सब चीजों को ग्रहण करने से जठराग्नि मंद पड़ जाती है, जिससे इनके पाचन में देरी होती है और शरीर सुस्त पड़ जाता है।
मुख्य वक्ता डॉ के बी श्रीनिवास राव ने प्रत्येक व्यक्ति को दिन के एक घंटे को अपने स्वास्थ्य के लिए देने को कहा। उन्होंने कहा कि आज बच्चों में हार्ट डिजीज और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों के लक्षण इसीलिए दिखाई पड़ रहें हैं क्योंकि बच्चे अब घर से बाहर निकलने के बजाय घर में ही रहना और इंडोर गेम्स खेलना पसंद कर रहें हैं।
सेमिनार के अंत में उपस्थित युवा सदस्यों में प्रश्न पूछने की होड़ सी लग गई। सदस्यों ने न सिर्फ अपने बल्कि अपने परिजनों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निदान के बारे में डॉ के बी श्रीनिवास से पूछा।
अंत में युवा के संस्थापक एम राजीव ने मुख्य वक्ता के प्रति आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि मानव जीवन के सबसे बड़ा सुख होता है – निरोगी काया। इसीलिए आज के सेमिनार का उद्देश्य भी यही है कि युवा के सदस्य अपने पढ़ाई के अलावा अपने शरीर और स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ के बी श्रीनिवास ने अच्छे स्वास्थ्य के लिए जो भी सरल सूत्र हमें दिए हैं, उनका हम सबको पालन करना चाहिए।
आज के कार्यक्रम में युवा सदस्यों के अलावा अपने सेहत को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।