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रायपुर/ बिलासपुर 01 अप्रैल 2025

अमृत टुडे/ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इस दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने परिचालन, आधारभूत संरचना, यात्री सुविधाएँ, पर्यावरणीय पहल, डिजिटल नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारियों के क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

यात्री सुविधाओं का विकास

यात्रियों की सुविधा के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने प्रमुख स्टेशनों पर आधारभूत ढांचे को उन्नत किया है। 4 स्टेशनों पर प्लेटफार्म की ऊँचाई बढ़ाई गई, जबकि विभिन्न स्टेशनों पर 6 एस्केलेटर, 1 लिफ्ट और 7 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। इसके साथ ही महत्वपूर्ण स्टेशनों पर 10 छोटे और 2 बड़े फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी पूरा किया गया।

आधारभूत संरचना और नेटवर्क विकास

रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए इस वर्ष कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ पूरी की गईं। कुल 135 किलोमीटर रेल लाइनों का कार्य पूर्ण कर इनमें रेल परिचालन शुरू किया गया, जिसमें मल्टी-ट्रैकिंग 118.34 किलोमीटर और गेज परिवर्तन 17.30 किलोमीटर शामिल हैं। इसके अलावा, 112 किलोमीटर सेक्शन में ऑटो-सिग्नलिंग प्रणाली और 10 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली स्थापित की गई।

माल लदान

इस वित्तीय वर्ष में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 253.21 मिलियन टन माल लोडिंग के साथ अब तक का सर्वोच्च रिकॉर्ड बनाया है। इस उपलब्धि के साथ माल लदान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का भारतीय रेलवे में दूसरा स्थान है। इसके साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा किया गया माल लदान भारतीय रेलवे की कुल माल लोडिंग का 16% है। इस प्रदर्शन ने इस रेलवे की क्षमता और दक्षता को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है।

संरक्षा और नेटवर्क सुधार

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 328 रूट किलोमीटर में सेक्शनल स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ 28 मानवयुक्त रेलवे क्रॉसिंग को समाप्त कर संरक्षा में सुधार किया है। सड़क मार्ग के उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए 14 रोड ओवर ब्रिज और 60 रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया। साथ ही 156 पुलों का मेंटेनेंस कार्य भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया।*पर्यावरण अनुकूल पहल*रेलवे ने पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए 32 रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किए और 8 जल निकायों का निर्माण/पुनर्निर्माण किया। इसके अलावा, 155 किलोवॉट (Kwp) क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल नेटवर्क का 100% विद्युतिकरण किया गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा दक्षता में सुधार हुआ है ।

डिजिटल क्रांति और टिकटिंग प्रणाली

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में डिजिटल टिकटिंग को बढ़ावा देते हुए अनारक्षित टिकटों का 20.88% यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप के माध्यम से बुक किया गया, जो कि संपूर्ण भारतीय रेलवे में प्रथम स्थान पर है। यह कदम टिकटिंग प्रणाली को अधिक सुविधाजनक और कुशल बनाने में सहायक रहा।

कर्मचारी कल्याण और सामाजिक पहल

रेलकर्मचारियों के कल्याण के लिए 6,634 कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया, जबकि 19,082 कर्मचारियों को विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रशिक्षित किया गया। 214 अनुकंपा नियुक्तियाँ पूरी की गईं, और स्टाफ बेनिफिट फंड से रेलकर्मियों के बच्चों को उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए ₹2.3 करोड़ की छात्रवृत्ति प्रदान की गई। अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के तहत 296 बच्चों को रेस्क्यू कर उनके परिवारों से मिलाया गया। इसके अलावा, ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत यात्रियों के छोड़े गए/गुम हुए 1,187 सामान (कुल मूल्य ₹2.76 करोड़) को बरामद कर उनके मालिकों को सौंपा गया।

जेम खरीद और स्क्रैप बिक्री

रेलवे ने स्क्रैप (कबाड़) बिक्री से ₹259.24 करोड़ की कमाई की, जो कि रेलवे बोर्ड के निर्धारित लक्ष्य ₹220 करोड़ से 17.84% अधिक है। इसके अलावा, GeM प्लेटफॉर्म के माध्यम से खरीद ₹281.82 करोड़ तक पहुँच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 77.60% अधिक है।

गति शक्ति टर्मिनल

औद्योगिक गतिविधियों को निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए और कच्चे माल के परिवहन को बढ़ावा देने हेतु 4 गति शक्ति टर्मिनल चालू किए गए हैं। यह पहल रेलवे के लॉजिस्टिक नेटवर्क को और अधिक मजबूत बनाएगी और औद्योगिक क्षेत्रों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।

पुरस्कार और सम्मान

इस वर्ष दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुए। बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को ISO 9001:2015 प्रमाणन मिला, जबकि 7 कार्यालय भवनों को ऊर्जा संरक्षण में ‘शून्य लेबल’ प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। खेल क्षेत्र में भी रेलवे ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के खिलाड़ियों ने विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 स्वर्ण, 6 रजत और 15 कांस्य पदक जीते।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ये उपलब्धियाँ रेलवे प्रशासन, कर्मचारियों और यात्रियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे भविष्य में भी रेल सेवाओं को और अधिक उन्नत बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा ।

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