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“वोटर सूची सुधार-कार्य में बाधा डालने की कांग्रेस की फिर प्रयासः पाण्डेय”

“प्रवक्ता शिवनारायण पाण्डेय ने कहा- ‘वोटर सूची सुधार प्रक्रिया में कांग्रस द्वारा दिग्भ्रमित करने की योजना’”

“भारत निर्वाचन आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया (एसआईआर) पर धारा परिवर्तन, कांग्रेस नेताओं पर आरोप”

“निर्वाचन-प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के अभियान में विरोध करने वालों को पाण्डेय ने बताया ‘लोकतंत्र विरोधी’”

रायपुर , 29 अक्टूबर 2025

अमृत टुडे। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण पाण्डेय ने देश के विभिन्न राज्यों समेत छत्तीसगढ़ में भी चुनाव आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का एलान किए जाने का स्वागत करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग की यह पहल भारतीय लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेगी और देशभर में चुनाव प्रणाली में आए दोषों को स्वयमेव निवारण होगा। पाण्डेय ने कहा कि इसमें करीब 51 करोड़ मतदाता शामिल होंगे। यह 28 अक्टूबर से शुरू होगा और 7 फरवरी को खत्म होगा। 103 दिन की कार्यवाही में मतदाता सूची में सुधार, नए मतदाताओं का समावेश और सूची में त्रुटियों का निवारण किया जाएगा।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पाण्डेय ने कहा कि एसआईआर को लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के पेट में मरोड़ उठने लगा है और वे एक बार फिर झूठ फैलाकर इस मुद्दे पर प्रदेश की जनता को दिग्भ्रमित करने की नाकाम कोशिशों में जुट गए हैं। जनता द्वारा बार-बार नकारे जाने से अब कांग्रेस पूरी तरह हताश और निराश हो गई है। भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करते रहने की इनकी कोशिश एक अक्षम्य अपराध है। बौखलाहट में जिस तरह की भाषा ये उपयोग करते हैं, वह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस पहले ईवीएम को बदनाम करती रही है, लेकिन कुल 40 बार विभिन्न अदालतों ने ईवीएम को सही ठहराया। दरअसल लोकतंत्र की हत्या, बूथ कैप्चरिंग, आदि कांग्रेस का चरित्र रहा है। कांग्रेस का आचरण दोहरे राजनीतिक मापदंड का परिचायक है। एसआईआर का विरोध कांग्रेस को नहीं करना चाहिए।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस एक तरफ वोट चोरी रोकने की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ वह मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण के लिए चल रहे एसआईआर का विरोध कर रही है। अब कांग्रेस बताए कि एसआईआर का विरोध करके वोट चोरी को कैसे रोका जा सकता है? एसआईआर का विरोध करके कांग्रेस तो खुद कठघरे में है। पाण्डेय ने कहा कि खुद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट भी मानते हैं कि वोट चोरी की बात कहना अपनी हार का इल्जाम खुद पर लेने से बचना है। हारे हुए लोगों को धरातल पर मेहनत करनी चाहिए। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव से लेकर निकाय-पंचायत चुनावों में लगातार पाँच बार शर्मनाक पराजय के बाद भी कांग्रेस ने नेताओं ने अपनी हार से कोई सबक लेना जरूरी नहीं समझा।

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