भिलाई 07 जुलाई 2024
अमृत टुडे। केंद्रीय विद्यालय , सीआई एस एफ, भिलाई में सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन तृतीय आरक्षित वाहिनी ,भिलाई एवं केंद्रीय विद्यालय, सीआई एस एफ के युवा पर्यटन क्लब, भारत स्काउट एंड गाइड एवं इको क्लब के संयुक्त तत्वाधान में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि सम्मानीय सनी कुमार भट्ट ,वरिष्ठ कमांडेंट तृतीय आरक्षित वाहिनी सीआईएसफ भिलाई एवं भुबनेश्वरी प्राचार्य ,केंद्रीय विद्यालय , सीआई एस एफ, भिलाई थे। इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों ने पुष्प कुछ भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया l
मुख्य अतिथि ,एवं विद्यालय के प्राचार्य भुबनेश्वरी व विभिन्न क्लबों के छात्र-छात्राओं , शिक्षक शिक्षिकाओं ने विभिन्न प्रकार के पौधों का सघन वृक्षारोपण किए।
इस अवसर पर इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि तृतीय आरक्षित वाहिनी सीआईएसफ भिलाई का लक्ष्य 4000 वर्षों का रोपण करना हैl उन्होंने वृक्षारोपण के विषय पर कहा कि पेड़ों की तेजी से हो रही कटाई को रोकने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाना होगा। लेकिन ऐसा लगता है कि हममें से लोग वास्तव में यह नहीं समझते कि यह कितना महत्त्वपूर्ण है। वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और लोगों का सावधान न रहना पर्यावरण के लिए बहुत बड़ी समस्या पैदा कर रहा है। यह एक बड़े बदलाव का समय है। खाली, बंजर भूमि को सुंदर जंगल में बदलने के लिए लोगों को मिलकर काम करने की जरूरत है।वृक्षारोपण महत्वपूर्ण है क्योंकि पेड़ ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, जैव विविधता का समर्थन करते हैं, मिट्टी के कटाव को रोकते हैं, लकड़ी और भोजन जैसे विभिन्न संसाधन प्रदान करते हैं और जलवायु परिवर्तन से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इसी तारतम्य में विद्यालय की
प्राचार्य ने इस अवसर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि- अब समय आ गया है कि हम इसके बारे में कुछ करें। हमें पृथ्वी की देखभाल करने की ज़रूरत है, जैसे वह हमारी देखभाल करती रही है। ऐसा करने का एक तरीका यह है कि हम अपने ग्रह को फिर से हरा-भरा और सुंदर बनाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाएं।
पेड़ों को “पृथ्वी के फेफड़े” कहते हैं और ऐसा इसलिए है, क्योंकि वे जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। पेड़ों के बिना, पृथ्वी पर जीवन नहीं होता। पेड़-पौधे कई तरह से पर्यावरण को स्वस्थ रखने में बहुत योगदान देते हैं।
पेड़ पृथ्वी पर जीवन की रीढ़ की हड्डी की तरह हैंl ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ पेड़ सुपरहीरो की तरह हैं क्योंकि वे हवा से कार्बन लेते हैं। एक कहावत है, “अगर हम पेड़ों की देखभाल नहीं करेंगे, तो हम अपनी देखभाल नहीं कर पाएंगे।” पेड़ों के बिना एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें – यह सूखे, बेजान रेगिस्तान की तरह होगी। पृथ्वी पर हर चीज़ जीवित रहने के लिए एक-दूसरे पर निर्भर करती है, इसलिए हमें सब कुछ संतुलन में रखने के लिए अपने पेड़ों की देखभाल करनी होगी।
उन्होंने विद्यार्थियों से संकल्प लेने के लिए कहा कि वे अपने प्रत्येक जन्म दिवस पर एक पौधा अवश्य लगाएंगे और अपने मित्रों, परिवार वालों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के हिंदी शिक्षक अनिल कुमार शर्मा ने किया | इस अवसर पर विद्यालय के क्रीड़ा शिक्षक डॉ पंकज शुक्ला, सोमा सील गुहा , सुनीता गावंडे , रीना साहू, डी ए गिरिया, पूनम टोप्पो, माधुरी व विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे।