बिलासपुर, 26 जुलाई 2024
अमृत टुडे । तरह-तरह के मोबाइल एप की बढ़ती संख्या के बावजूद इनकी सुरक्षा पर ध्यान नहीं जाता है। डिजिटल साक्षरता की कमी भी इस तरह की धोखाधड़ी का कारण बनती है। अनपढ़ ही नहीं, बल्कि पढ़े-लिखे भी अक्सर इनसे बच नहीं पाते और आसानी से साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं।
उक्त बातें बिलासपुर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह द्वारा चलाए जा रहे “चेतना” अभियान के द्वितीय चरण में बिलासपुर ब्रह्मा कुमारीज मुख्य सेवाकेंद्र संचालिका बीके स्वाति दीदी की मार्गदर्शन में सीपत स्थित ब्रह्माकुमारी शाखा द्वारा मल्टीपरपज इंग्लिश मीडियम स्कूल खमरिया स्कूल में “साइबर की पाठशाला” के अंतर्गत बीके मनु दीदी ने अवगत कराते हुए आगे कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी और फोटो, वीडियो, शेयर ना करें। बच्चों को मोबाइल के उपयोग से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान देना चाहिए कि पासवर्ड हमेशा मजबूत होना चाहिए, जिसे कोई भी आसानी से ना जान सके।
बच्चो को बताये कि वह हमेशा उन्हीं लोगों से जुड़े जिन्हें आप वास्तविक जीवन में जानते हैं। वास्तविक जीवन के शिष्टाचार व संस्कार साइबर दुनिया में भी समान रूप से लागू होते हैं। उस साइट के लिए साइनअप ना करें जिसमे रजिस्ट्रेशन हेतु एक विशेष उम्र की सीमा तय की गई हो। बिना अपने माता-पिता के साथ चर्चा किये कोई सामान ऑनलाइन ना खरीदें। कभी भी किसी ऑनलाइन फ्रेंड से मिलने को राजी ना हो। दीदी ने आधुनिक परिस्थितियों से अवगत कराते हुए कहा कि आने वाला समय और भी अधिक डिजिटल होगा, क्योंकि इंटरनेट अपनी पांचवीं पीढ़ी में प्रवेश करने वाला है।
इंटरनेट का सावधानी पूर्वक उपयोग करने पर यह वरदान साबित होगा, वरना जितनी तेजी से इंटरनेट में सेंधमारी बढ़ रही है तो ऐसे में जल्द ही इंटरनेट अभिशाप भी बन सकता है। कार्यक्रम में बीके प्रज्ञा दीदी, मधुसूदन बघेल, विद्यालय के प्राचार्य बलराम यादव शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।