दोस्तो शादी कार्ड भेजकर APK फाइल के जरिए साइबर ठगी करने का तरीका एक नई तकनीक है, जिसे साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं !
रायपुर, 28 दिसंबर 2024
अमृत टुडे। साइबर अपराधी पीड़ित को व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक संदेश भेजते हैं। इस संदेश में एक लिंक । होता है, जिसे शादी के डिजिटल निमंत्रण (इंविटेशन कार्ड) के रूप में भेजा जाता है-
संदेश में भेजे गए लिंक पर क्लिक करने पर एक APK फाइल डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है।
यह APK फाइल एक एंड्रॉयड ऐप की इंस्टॉलेशन फाइल होती है।
जब पीड़ित इस APK फाइल को इंस्टॉल करता है, तो असल में यह एक मैलवेयर (वायरस) या स्पाईवेयर (जासूसी सॉफ़्टवेयर) हो सकता है।
जो पीड़ित के मोबाइल पर अनाधिकृत पहुंच प्राप्त कर लेता है। यह बैंकिंग ऐप्स, क्रेडेंशियल्स (जैसे यूजरनेम और पासवर्ड), ओटीपी (OTP), और अन्य संवेदनशील जानकारियों को एक्सेस कर सकता है।
यह साइबर अपराधी को पीड़ित के खाते से पैसे ट्रांसफर करने की अनुमति दे सकता है। इस तरह के संदेश अक्सर सामाजिक विश्वास (जैसे रिश्तेदारों या दोस्तों के नाम से) का दुरुपयोग करते हैं। इस पर लोग शक नहीं करते और फाइल को इंस्टॉल कर लेते हैं।
कैसे बचें
किसी भी अज्ञात स्रोत से भेजे गए लिंक पर क्लिक करने से बचें।
केवल गूगल प्ले स्टोर या अन्य आधिकारिक स्रोतों से ही ऐप डाउनलोड करें।
“Unknown Sources” से इंस्टॉलेशन को डिसेबल करें।
अपने मोबाइल पर ऐंटीवायरस ऐप इंस्टॉल करें।
यदि किसी रिश्तेदार या दोस्त की ओर से निमंत्रण आया है, तो पहले उसकी सत्यता, प्रामाणिकता की जांच करें।
क्या करें
साइबर ठगी का शिकार होने की स्थिति में 1930 पर काल करे ,www. cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें ,नजदीकी थाना अथवा साइबर सेल पर रिपोर्ट करें!