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वित्त मंत्री चौधरी ने गांधी‑परिवार बचाने का चुनावी अभियान बताया, देश की संवैधानिक जड़ों पर उठाए सवाल

अंबिकापुर, 15 नवंबर 2025

अमृत टुडे। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस “डूबती नाव में” जैसा हल्का-फुल्का कदम उठाते हुए देश को “संविधान बचाओ, गांधी परिवार बचाओ” जैसे अभियानों से भटकाने की कोशिश कर रही है; वहीं उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आदिवासी गौरव और भाजपा के राष्ट्र‑निर्माण दृष्टिकोण को भी याद किया है।

वित्त मंत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा कि जिस तरह डूबती नाव में सवार लोग परेशान होकर विभिन्न उपाय करते हैं, उसी प्रकार कांग्रेस की स्थिति भी वर्तमान में वैसी ही है, और वे निरंतर कुछ न कुछ करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। जबकि देश आज अपने संविधानिक जड़ों के साथ मजबूती से खड़ा हो रहा है और विकसित भारत बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, वहीं कांग्रेस पार्टी, और विशेषकर गांधी परिवार, एक बहुत ही कठिन परिस्थिति का सामना कर रहा है।

इस कठिन परिस्थिति को भांपते हुए, वे “भारत बचाओ” और “संविधान बचाओ” जैसे अभियानों के माध्यम से अपनी स्थिति को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन देश की आम जनता इस खेल को समझ चुकी है और अब उनकी चालाकियों के प्रति जागरूक हो चुकी है।

आज 15 नवंबर की तारीख को हम भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती का एक महत्वपूर्ण वर्ष मना रहे हैं। नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में, पूरे देश में इस पावन दिवस को जनजाति गौरव दिवस के रूप में उत्सव के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन उन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, विशेषकर हमारे आदिवासी नायकों, की याद दिलाता है जिन्होंने अपने देश, अपनी संस्कृति, और अपनी मातृभूमि के लिए मात्र 25 वर्ष की आयु में अपनी जान दी। ये सब उस समय अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए अपने अद्वितीय व्यक्तित्व का परिचय देते थे।

इस विशेष अवसर पर,
मैं पूरे जनजाति समाज, विशेष रूप से देश की 140 करोड़ जनता और छत्तीसगढ़ राज्य के 3 करोड़ छत्तीसगढ़िया भाई-बहनों को जनजाति गौरव दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देना चाहता हूं।

इसके साथ ही,
नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समुदाय की बहन द्रौपदी मुर्मू को महामहिम के संवैधानिक पद पर प्रतिष्ठित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने हमारे छत्तीसगढ़ में एक आदिवासी नेता को प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने के जरिए बड़ी भूमिका निभाई है। नरेंद्र मोदी वास्तव में “सबका साथ, सबका विकास” की भावना के साथ न केवल कार्य कर रहे हैं, बल्कि समाज के हर वर्ग को समान रूप से उनके अधिकार और सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

देखिए,
हमारे देश में अनेक ऐसी गतिविधियाँ और पहलें होती हैं जो न केवल चुनावी राजनीति या वोट बैंक की राजनीति के लिए होती हैं, बल्कि वास्तव में राष्ट्र सेवा और समाज निर्माण के सर्वोत्तम लक्ष्यों को दर्शाती हैं। भारतीय जनता पार्टी, जो कि अपने कार्यों में मिशन फर्स्ट के सिद्धांत पर निबद्ध है, वास्तव में ‘राष्ट्रप्रथम’ के मूल विचार को अपने कार्यों का आधार बनाती है।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘सरकार आएंगी और जाएंगी, लेकिन यह देश हमेशा रहेगा।’

इस विचारधारा के साथ,
हमारी मूल वैचारिक सोच भी इसी तरह की है, जिसमें राष्ट्र की स्थिरता और विकास का प्राथमिकता रखा गया है।

आज, जब तिरंगा यात्रा का आयोजन हो रहा है और स्वच्छता अभियान का संचालन किया जा रहा है, तब यह निसंदेह स्पष्ट होता है कि ये कार्यक्रम सीधे तौर पर किसी भी वोट बैंक की राजनीति से संबंधित नहीं होते। इसके बावजूद, भारतीय जनता पार्टी केवल शासन की बागडोर संभालने या राजनीति के खेल में भाग लेने का कार्य नहीं करती है। हमारा प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्र निर्माण और समाज का समुचित विकास करना है।

भगवान बिरसा मुंडा जी को इस व्यापक रूप से याद करना भी इसी दिशा में एक कदम है, जो आदिवासी समाज और जनजातीय समाज के देश के निर्माण में योगदान को विशेष रूप से उजागर करता है। इसका मुख्य उद्देश्य समाज निर्माण एवं राष्ट्र निर्माण दोनों को एक साथ लेकर चलना है, जिससे सम्पूर्ण समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।

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