22 फरवरी 2024 / सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार डॉ. वीरेन्द्र कुमार, सामाजिक न्याय और अधिकारिता केन्द्रीय राज्य मंत्री ए. नारायणस्वामी एवं विधानसभा अध्यक्ष छत्तीसगढ़ शासन डॉ. रमन सिंह की वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थिति में सांसद संतोष पाण्डेय ने 32 करोड़ रूपए की लागत से राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ठाकुरटोला में नवनिर्मित दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र (सीआरसी) के नये भवन का उद्घाटन किया।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि राजनांदगांव जिले के लिए ऐतिहासिक क्षण है। यहां दिव्यांगजनों के लिए समेकित क्षेत्रीय केन्द्र भवन का निर्माण किया गया है। यहां दिव्यांगजनों के लिए सभी प्रकार के यंत्र, प्रशिक्षण, पालकों को प्रशिक्षण और सभी प्रकार की व्यवस्था इस अत्याधुनिक भवन में व्यवस्थित रूप से की जाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का इस भवन निर्माण के लिए लगातार प्रयास रहा है। मंगलवार को राजनांदगांव जिले को नये भवन की सौगात मिली है। जिसमें केवल राजनांदगांव ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लोगों को लाभ प्राप्त होगा। यहां दिव्यांगजनों को सभी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विकसित भारत बनाने के लिए तथा विश्व में अग्रणी देश बनाने के लिए जो संकल्प लिया है। हम सब उसमें सहभागी और सहयोगी बनेंगे। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास हम सब भागीदारी बनेंगे। उन्होंने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार डॉ. वीरेन्द्र कुमार को नये भवन के लिए आभार व्यक्त किया। इस दौरान सांसद संतोष पाण्डेय ने हितग्राहियों को सहायक उपकरण हियरिंग एड, टीएलएम किट, गतिशीलता उपकरण, व्हील चेयर सहित अन्य उपकरण प्रदान किया गया। सांसद श्री पाण्डेय ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं एवं शुभेक्षा दी।
उल्लेखनीय है कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव (सीआरसी) की स्थापना 25 जून 2016 को की गई थी। यह राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीआईडी) सिकंदराबाद के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य कर रहा है। समेकित क्षेत्रीय केंद्र दिव्यांगजनों के अधिकार अधिनियम 2016 में उल्लेखित सभी 21 प्रकार के दिव्यांगजनों को पुनर्वास और विशेष शिक्षा सेवाएं प्रदान करता है और बहुत से गतिविधियों का संचालन करके शैक्षणिक सेवाएं भी प्रदान करता है। जिसमें अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, अभिभावक प्रशिक्षण कार्यक्रम, जागरूकता कार्यक्रम और विशेष शिक्षा बौद्धिक दिव्यांगता में एक दीर्घकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित है। समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव वर्तमान में दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है। जिसमें प्रारंभिक पहचान और हस्तक्षेप, व्यावसायिक चिकित्सा, फिजियोथेरेपी, शारीरिक चिकित्सा और पुनर्वास, मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप, प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थाेटिक्स, वाक्य, भाषा और श्रवण जांच, विशेष शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामाजिक कार्य, प्लेसमेंट, दूरस्थ सेवाएं, मानव संसाधन विकास, अनुसंधान एवं विकास, किरण मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन (एमएचआरएच) छत्तीसगढ़ राज्य के लिए सीआरसी राजनांदगांव द्वारा संचालित की जाती है। इसके अलावा बौद्धिक दिव्यांजनों को शारीरिक दिव्यांगता के अनुरूप सहायक उपकरण कृत्रिम अंग, बैसाखी, व्हील चेयर आदि और शिक्षण एवं शिक्षण सामग्री (टीएलएम) किट सहित सहायक उपकरणों का नियमित वितरण एडीआईपी योजना के तहत निरूशुल्क किया जाता हैं। श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिए कान के पीछे में लगने वाला श्रवण यंत्र प्रदान किया जाता है।