अमृत टुडे। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि नारी शक्ति द्वारा शास्त्री की जयंती के अवसर पर दुर्गा महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में वाटर वूमेन शिप्रा पाठक संस्थापक पंचतत्व फाउंडेशन उत्तर प्रदेश से सम्मिलित हुई कार्यक्रम में नीलम सिंह प्रांत प्रमुख पर्यावरण संरक्षण गतिविधि विशेष रूप से उपस्थित रही कार्यक्रम का संचालन सुनीता चंसोरिया ने किया |
शिप्रा पाठक ने बताया कि हमें पर्यावरण के लिए काम करना है जल बचाने के लिए मां नर्मदा की 3300 किलोमीटर की पदयात्रा की है इसके लिए उन्हें अपनी मां से धार्मिक कहानी सुनकर नर्मदा परिक्रमा की प्रेरणा मिली आज की युवा पीढ़ी शॉपिंग और मनोरंजन में अपना समय दे रही है इन सब के अलावा उन्हें पर्यावरण के लिए पेड़ पानी को बचाना है पेड़ लगाने के साथ ही उसका संरक्षण व संवर्धन भी जरूरी है |
जल की बचत स्वच्छता रखना अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा के माध्यम से हम बच्चों में पर्यावरण पर कार्य कर सकते हैं जैसे की कक्षा पहली का विद्यार्थी एक पेड़ लगाए कक्षा दूसरी का विद्यार्थी दो पेड़ लगाए इस तरह से अगर हम इसे अनिवार्य कर देंगे तो निश्चित ही विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण की बात आएगी और फोटोग्राफ्स के माध्यम से वह पेड़ जब वह बच्चा 12वीं क्लास तक आ जाएगा तो निश्चित ही वह कई पेड़ लगाकर उनका संवर्धन कर लेगा |
उन्होंने आगे बताया कि हम जब अगर घाट पर पूजा करने जाते हैं तो हम स्वच्छ घाट को ढूंढते हैं इससे अच्छा है कि हम जब भी घाट पर जाएं तो एक झाड़ू लेकर जाएं ताकि घाट पर पहले हम सफाई करें उसके बाद पूजा पाठ करें आभार प्रदर्शन हरदीप कौर जी ने किया उन्होंने कहा कि आपके इस उद्बोधन से निश्चित हीहमें प्रेरणा मिली है और यह युवा पीढ़ी आगे भी पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करेगी कार्यक्रम में दुर्गा महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं एवं गो से सुरेंद्र बैरागी पदमा शर्मा नैना श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे |