*रायपुर पुलिस का ऑपरेशन समाधान के तहत् तड़के प्रातः 04ः00 बजे छापेमार कार्यवाही*
* पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर के निर्देशन व पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में रायपुर पुलिस का का ऑपरेशन समाधान अभियान।*
*अन्य राज्यों से आकर रायपुर मैं निवासरत बाहरी व्यक्तियों के विरूद्ध चलाया गया अभियान ऑपरेशन समाधान।*
*पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पहुंचकर लिया गया जायजा।*
*अपराधों की रोकथाम, तस्दीकी अभियान सहित अपराधियों पर नकेल कसने छापेमार कार्यवाही।*
*कार्यवाही में रायपुर पुलिस की अनुभाग स्तरीय, थाना स्तरीय, एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट सहित सायबर विंग टीम के लगभग 350 सदस्य रहे शामिल।*
* 14 अलग – अलग राज्यों के कुल 2013 व्यक्तियों को लाया गया तस्दीकी हेतु।*
* अभियान के तहत् 224 बाहरी व्यक्तियों के विरूद्ध प्रति बंधात्मक धाराओं के तहत् कार्यवाही करने के साथ ही लगभग 200 संदिग्ध मोबाईल नंबरों को कराया गया डी-ऐक्टिवेट।*
*बाहरी व्यक्तियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी प्राप्त करने हेतु उनके राज्यों के संबंधित थानों में उनके विरुद्ध जारी किया जा रहा है एस. एस. रोल l*
*कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के आधार के एड्रेस के वेरिफिकेशन हेतु संबंधित थानों को लिखा जा रहा है पत्र l*
*रायपुर पुलिस का बाहरी व्यक्तियों के विरूद्ध यह अभियान लगातार रहेगा जारी।*
विगत कुछ दिनों से लगातार रायपुर पुलिस को सूचना प्राप्त हो रहीं थी, कि विभिन्न राज्यों से आये हुये बाहरी व्यक्ति जो रायपुर शहर के अलग – अलग थाना क्षेत्रों के विभिन्न स्थानों में थानों में बिना सूचना दिये निवासरत है तथा बाहरी व्यक्ति संदिग्ध होने के साथ ही कई संदिग्ध गतिविधियों में भी शामिल रहते है। सूचना पर पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर अमरेश मिश्रा के निर्देशन व पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के मार्गदर्शन में कोतवाली, सिविल लाईन, आजाद चौक, पुरानी बस्ती एवं उरला अनुभाग के ऐसे स्थानों की रेकी कर सूचना संकलित करते हुये स्थानों को चिन्हांकित किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर व पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार आज दिनांक 30.01.2025 को रायपुर पुलिस द्वारा ऐसे बाहरी संदिग्ध व्यक्तियों के विरूद्ध ऑपरेशन समाधान अभियान चलाया गया। अभियान में रायपुर पुलिस के शहर के समस्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, शहर के थानों के थाना प्रभारी, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट टीम, सायबर विंग टीम, थानों का बल सहित अन्य पुलिस बल के लगभग 350 सदस्यों की अलग-अलग टीमों द्वारा आज तड़के प्रातः 04ः00 बजे उक्त अनुभाग में चिन्हांकित किये गये स्थानों पर छापामार कार्यवाही की गई।
छापेमार कार्यवाही के दौरान विभिन्न राज्यों जिनमें पश्चिम बंगाल के 394, उत्तर-प्रदेश के 571, बिहार के 320, ओडिसा के 184, महाराष्ट्र के 110, मध्य-प्रदेश के 273, राजस्थान के 54, जम्मू-कश्मीर के 04, झारखण्ड के 71, नागालैण्ड के 01, गुजरात के 17, नेपाल के 07 एवं दिल्ली के 07 निवासियों सहित कुल 2013 व्यक्तियों को रक्षित केन्द्र लाया गया। सायबर विंग एवं चिप्स की टीम द्वारा एप व बायोमैट्रिक के माध्यम से व्यक्तियों का वेरीफिकेशन किया गया कि इनका आधार सही है अथवा नहीं, इसके साथ ही उनका फार्म भरवाया जाकर उनकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई। लगभग 90 – 95 प्रतिशत बाहरी व्यक्तियों द्वारा रायपुर में निवास करने संबंधी जानकारी संबंधित थानों में नहीं दी गई है, जिनका तस्दीक करने पर कुछ व्यक्ति संदिग्ध पाये गये जिनके पता व वास्तविक निवास के पता में भिन्नता पायी गई है, ऐसे संदिग्धों के विरूद्ध संबंधित थानों में वैधानिक कार्यवाही की जा रहीं है।
उक्त समस्त बाहरी व्यक्तियों का एस.एस. रोल जारी कर संबंधित राज्यों के संबंधित थानों में भेजा जा रहा है, ताकि इनके संबंध में जानकारियां एकत्रित किया जा सके, कि यह व्यक्ति किसी प्रकार के अपराधों में संलिप्त तो नहीं रहे है, चूंकि पिछले दिनों लगातार देखा जा रहा था कि विभिन्न थाना क्षेत्रों में बाहरी राज्यों के व्यक्ति विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्य करते हुये चोरी, लूट सहित अन्य घटनाओं में संलिप्त रहे है जिनको पुलिस द्वारा पकड़ा गया है।
अभियान में ऐसे व्यक्ति जो फेरीवाले एवं घुमंतु प्रवृृत्ति के थे, जो रायपुर में निवास करने एवं अपनी गतिविधियों संबंधी संतोषप्रद जवाब नहीं दिये ऐसे 224 संदिग्ध व्यक्तियों के विरूद्ध शहर के संबंधित थानों में प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् कार्यवाही किया गया, इसके अतिरिक्त 01 व्यक्ति के विरूद्ध उसके राज्य के थाना में अपराध पंजीबद्ध है तथा 01 व्यक्ति हाल ही में रायपुर के थाना में दर्ज हुये मामले का आरोपी है।
इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति जिनके आधार नंबर को चेक करने पर उनकी बिना जानकारी के उनके आधार नंबर का उपयोग कर किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा मोबाईल नंबर आबंटित कराया गया था, ऐसे लगभग 200 से अधिक संदिग्ध मोबाईल नंबरों को डी-ऐक्टिवेट कराया गया।
*रायपुर पुलिस के अभियान ऑपरेशन समाधान से निश्चित रूप से अपराधों में अंकुश लगेगा तथा रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।*