रायपुर, अमृत टुडे । वित्त मंत्री ने इस बजट में देश की जनता को ठगने का काम किया है यह बजट देश की अर्थव्यवस्था के लिए घोर निराशाजनक बजट साबित होने वाला है । इस बजट में किसानों के लिए उनकी उपज की समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए पूरी प्रावधान नहीं है ।

इस बजट में फसल बीमा में सुधार के लिए कोई प्रावधान नहीं है इस बजट में मनरेगा की बढ़ोतरी और मनरेगा की मजदूरी के बारे में कोई प्रावधान नहीं है उल्टी इस इस बजट में प्रधानमंत्री आवास में 40% की कटौती की गई इस बजट में जल जीवन मिशन मिशन में 67% की कटौती की गई है कृषि के बजट में 7% की कटौती की गई है शिक्षा के क्षेत्र में 9% की कटौती की गई है ।

आम आदमी के स्वास्थ्य के बारे में इस बजट में कोई भी ख्याल नहीं रखा गया है शहरी विकास के बारे में इस बजट में पिछले बजट की अपेक्षा 28% की कटौती की गई है साथ ही ग्रामीण विकास के बारे में लगभग उतनी ही कटौती की गई है इस बजट में पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में राहत देने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है ।

पेट्रोलियम पदार्थ में लगने वाले टैक्स में छूट दी जा सकती थी एक्साइज़ ड्यूटी में छूट दी जा सकती थी लेकिन इस बजट में उसका भी प्रावधान नहीं किया गया है मोदी सरकार की प्राथमिकता में जनकल्याणकारी योजनाएं हैं ही नहीं है खाद्य सब्सिडी मनरेगा msp की गारंटी इन तमाम चीजों के बारे में बजट पूरी तरीके से मौन है छत्तीसगढ़ के बारे में भी एक बजट में उपेक्षा की गई है इस बजट में छत्तीसगढ़ की नई राजधानी में बनने वाले एम्स के लिए कोई प्रावधान नहीं है इस बजट में छत्तीसगढ़ की घोर उपेक्षा की है।
