रायपुर। तिरंगा यात्रा ने एक बार फिर से रायपुर की गलियों में गूंज उठी, जहाँ एकता, सुरक्षा और विकास का एक मजबूत संदेश फैलाया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी छत्तीसगढवासियों से खास रूप से आह्वान किया कि हर घर में तिरंगा लगाकर यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य का हर कोना और हर घर इस अद्भुत ध्वज की गूंज से भरा हो। उनका कहना था कि यह तिरंगा न केवल हमारी स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे विकास के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की कि वे इस यात्रा का हिस्सा बनें और इस राष्ट्रीय ध्वज को अपने घरों में फहराकर छत्तीसगढ़ की गरिमा को और बढ़ाएं। यह एक ऐसा अवसर है जब हम सब एकजुट होकर अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण व्यक्त कर सकते हैं।
तिरंगा यात्रा ने एक बार फिर से रायपुर की गलियों में गूंज उठी, जहाँ इस खास अवसर पर एकता, सुरक्षा और विकास का एक मजबूत संदेश फैलाया गया। इस यात्रा का उद्देश्य था कि सभी छत्तीसगढ़वासियों को एकत्रित करके उन्हें इस महत्वपूर्ण विषय पर जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी छत्तीसगढ़वासियों से विशेष रूप से आह्वान किया कि हर घर में तिरंगा लगाकर यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य का हर कोना और हर घर इस अद्भुत ध्वज की गूंज से भरा हो। उन्होंने कहा कि यह तिरंगा न केवल हमारी स्वतंत्रता और एकता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे विकास के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमुदाय से अपील की कि वे इस यात्रा का हिस्सा बनें और अपने-अपने घरों में इस राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर छत्तीसगढ़ की गरिमा को और बढ़ाएं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह एक ऐसा अवसर है जब हम सब एकजुट होकर अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण व्यक्त कर सकते हैं। तिरंगा यात्रा केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हमारे सामूहिक आत्म-सम्मान और हमारी राष्ट्रीय पहचान को पुनः जागृत करने का एक प्रयास है। इस प्रकार, मुख्यमंत्री ने आव्हान किया कि हम सब मिलकर इस महत्वपूर्ण मिशन में भाग लें और अपने बच्चों को भी इस प्रेरणा से भरपूर करें ताकि वे भी इस देश प्रेम और एकता के संदेश को समझ सकें।
मुख्यमंत्री साय ने जनसमूह को संबोधित करते समय गर्व के साथ ‘भारत माता की जय’ और ‘छत्तीसगढ़ महतारी की जय’ का उद्घोष किया, जिससे उपस्थित लोगों में एक नई ऊर्जा और राष्ट्रीयता की भावना का संचार हुआ। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में, भारत न केवल अपने आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से, बल्कि अपनी वैश्विक उपस्थिति में भी एक सशक्त और सम्मानित राष्ट्र के रूप में उभर रहा है।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में पहलगाम में घटित कायराना आतंकवादी हमले का विशेष उल्लेख किया, जिसमें हमारे साहसी और साहसिक जवानों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान अद्वितीय पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस वीरता को देखते हुए, यह सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए गर्व का क्षण है, जिसने हमारे तिरंगे की शान को और अधिक ऊंचा किया है। इस प्रकार, उन्होंने उपस्थित जनसमूह को प्रेरित करने के साथ-साथ भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने का महत्व भी बताया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, श्री भूपेश बघेल ने हाल में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर एरिया डॉमिनेशन की कार्यवाही करके नक्सलियों का प्रभाव समाप्त करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जिस क्षेत्र में कभी नक्सलियों का लाल झंडा गर्व के साथ लहराया करता था, आज वहां राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा, पूरे गर्व और शान के साथ लहरा रहा है।
कई संवेदनशील और संघर्षग्रस्त गांवों में, जहाँ वर्षों तक शांति की एक भी किरण अस्पष्ट थी, इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुनः तिरंगे को फहराने का अवसर प्राप्त हुआ है। यह घटना न केवल सरकार की नक्सल विरोधी पहलों की सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह शांति, विकास और सुरक्षा का एक नया संदेश भी लेकर आई है, जो आगे बढ़ने के लिए एक प्रेरणा का कार्य कर रहा है। इस प्रकार, यह सुनिश्चित किया गया है कि अब इन क्षेत्रों में स्थायी शांति का माहौल स्थापित हो सके और लोगों का जीवन बेहतर एवं सुरक्षित हो।
मुख्यमंत्री साय ने अपने हाल के संबोधन में यह स्पष्ट किया कि तिरंगे का असली महत्व और गरिमा तब और अधिक बढ़ जाएगी जब हमारा देश आर्थिक दृष्टि से मजबूत और सक्षम हो सकेगा। इस संदर्भ में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित ‘विकसित भारत 2047’ के समग्र दृष्टिकोण का पालन करते हुए, राज्य छत्तीसगढ़ ने भी अपने लिए ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में, ‘छत्तीसगढ़ अंजोर’ नामक एक व्यापक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है। इस डॉक्यूमेंट में प्रदेश के समग्र विकास के लिए जरूरी रणनीतियाँ और उपायों का संपूर्ण रोडमैप प्रस्तुत किया गया है। यह योजना न केवल राज्य के आर्थिक विकास में सहायक होगी, बल्कि यह स्थानीय लोगों के जीवन स्तर और सामाजिक कल्याण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने इस बात पर जोर दिया कि केवल आर्थिक सशक्तिकरण ही तिरंगे की गरिमा को बढ़ाने का आधार बनेगा, और इससे छत्तीसगढ़ राज्य के नागरिकों को स्वावलंबी और जिम्मेदार बनाकर, विकास की नई ऊँचाइयों की ओर ले जाने में मदद मिलेगी।รัฐ सरकार की योजनाएं इस दिशा में ठोस प्रतिबद्धता और कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जो छत्तीसगढ़ के नेतृत्व में हैं, ने अपने हाल के संबोधन के दौरान यह स्पष्ट किया कि तिरंगे, जो कि हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज है, का वास्तविक महत्व और गरिमा तब और अधिक बढ़ जाएगी जब हमारा देश आर्थिक दृष्टि से मजबूत, सक्षम और आत्मनिर्भर बन सकेगा। उन्होंने संकेत दिए कि जब हम आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे, तब हमारी स्वतंत्रता और हमारे मौलिक अधिकारों का सम्मान भी बढ़ेगा। इसी संदर्भ में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित ‘विकसित भारत 2047’ के समग्र दृष्टिकोण का पालन करने के महत्व पर जोर दिया।
इसके तहत छत्तीसगढ़ राज्य ने भी अपने लिए एक महत्वाकांक्षी और दूरदर्शी लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे वे ‘विकसित छत्तीसगढ़’ के नाम से जानते हैं। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है ताकि प्रदेश के हर नागरिक को विकास की मुख्यधारा में शामिल किया जा सके। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह विकास न केवल आर्थिक पहलुओं पर केंद्रित होगा, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय 균ाज भी ध्यान में रखेगा, जिससे राज्य का संपूर्ण विकास हो सके।
मुख्यमंत्री साय ने इस बात पर जोर दिया कि केवल आर्थिक सशक्तिकरण ही तिरंगे की गरिमा को बढ़ाने का आधार बनेगा, और इससे छत्तीसगढ़ राज्य के नागरिकों को स्वावलंबी और जिम्मेदार बनाकर, विकास की नई ऊँचाइयों की ओर ले जाने में मदद मिलेगी।รัฐ सरकार की योजनाएं इस दिशा में ठोस प्रतिबद्धता और कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
उल्लेखनीय है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर चलाए जा रहे हर घर तिरंगा अभियान के तहत रायपुर में भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। रायपुर के शहीद स्मारक भवन से तेलीबांधा तक निकली तिरंगा यात्रा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय स्वयं शामिल हुए और हजारों नागरिकों के साथ कदम से कदम मिलाकर देशभक्ति का संदेश दिया। यात्रा के दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारों से पूरा मार्ग गूंज उठा।
इस अवसर पर रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि तिरंगा हमारा मान, अभियान और पहचान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रगति और खुशहाली की ओर अग्रसर है। यह तिरंगा यात्रा उन वीर सैनिकों को समर्पित है जिन्होंने इसकी रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर किया। कार्यक्रम में विभिन्न सैन्य अभियानों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रदेश के भूतपूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया।
विधायक किरण सिंह देव ने कहा कि तिरंगा हमारी पहचान और हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यह हमें एकजुट करता है और हमें याद दिलाता है कि हम सब एक भारत हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है।
तिरंगा यात्रा में विधायक सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, महापौर मीनल चौबे, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नंद कुमार साहू, छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष शशांक शर्मा, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
