रायपुर, 07 अक्टूबर 2024
अमृत टुडे ।
ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज का 7 अक्टूबर को रायपुर में भव्य स्वागत किया गया। यह अवसर श्रोताओं और अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, क्योंकि स्वामिश्री जी की उपस्थिति से न केवल आध्यात्मिक वातावरण बना, बल्कि स्थानीय जनता के लिए भी एक महत्वपूर्ण प्रेरणा का स्रोत बना।
स्वागत की तैयारी
स्वामिश्री जी के आगमन की तैयारी धूमधाम से की गई थी। विभिन्न स्थानों पर स्वागत द्वार सजाए गए थे, और उनकी स्वागत यात्रा के मार्ग पर फूलों की वर्षा की गई। भक्तों ने अपने दिल की गहराइयों से उनका स्वागत किया और उनके चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
स्वामिश्री जी का आगमन
7 अक्टूबर की सुबह, स्वामिश्री जी का आगमन हुआ। उनके साथ अनेक साधु-संत, भक्त और अनुयायी थे। जैसे ही स्वामिश्री जी ने रायपुर के प्रवेश द्वार पर कदम रखा, वहां उपस्थित भक्तों ने ‘जय जगदguru’ के जयकारे लगाने लगे। यह दृश्य अद्भुत था, जहाँ भक्तों की श्रद्धा और भक्ति साफ-साफ दिखाई दे रही थी। स्वामिश्री जी ने अपनी करुणामयी दृष्टि से सभी भक्तों का अभिवादन किया और उन्हें आशीर्वाद दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
स्वागत समारोह के दौरान एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न धार्मिक नृत्य, भक्ति गीत, और साधु-संतों द्वारा मंत्रोच्चारण शामिल थे। स्वामिश्री जी ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया और उपस्थित सभी लोगों को अपनी उपस्थिति से अभिभूत किया। उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम धार्मिक एकता और आपसी भाईचारे का प्रतीक होते हैं।
आध्यात्मिक संदेश
स्वामिश्री जी ने इस अवसर पर उपस्थित भक्तों को अपने आध्यात्मिक संदेश से प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में भौतिकता की अधिकता है, जिसके कारण लोग तनाव और अवसाद का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने सभी को ध्यान और साधना के महत्व के बारे में बताया और सुझाव दिया कि हमें अपने भीतर की शांति को खोजने के लिए ध्यान करना चाहिए।
स्वामिश्री जी का आशिर्वाद
स्वामिश्री जी ने उपस्थित सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया और उनके सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा, “आप सबकी भक्ति और श्रद्धा में ही शक्ति है। जो लोग सच्चे मन से भगवान की भक्ति करते हैं, उनके जीवन में हर प्रकार की खुशियाँ आती हैं।” उनके शब्दों ने सभी भक्तों के मन में आशा और प्रेरणा का संचार किया
ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज का रायपुर में स्वागत समारोह एक अद्वितीय अनुभव रहा। उनकी उपस्थिति ने सभी भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में धार्मिकता, एकता और भाईचारे को बढ़ावा मिलता है। स्वामिश्री जी के विचार और संदेश हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उनके आशीर्वाद से हम सबका जीवन मंगलमय हो।