*“रायपुर: संपूर्ण मार्ग व्यवस्था प्रभारी द्वारा अधिकारियों-कर्मचारियों को वीवीआईपी ड्यूटी हेतु ब्रीफ — आवारा पशुओं की त्वरित रोक, संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्टिंग अनिवार्य”*

अमृत टुडे रायपुर छत्तीसगढ़ :: आगामी 28 से 30 नवम्बर 2025 तक DG Conference 2025 के अवसर पर IIM Naya Raipur परिसर में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में देश केसर्वोच्च पदाधिकारियों Narendra Modi एवं Amit Shah की उपस्थिति का मन्त्र है। सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुगम यातायात सुनिश्चित करने हेतु जिला पुलिस और पुलिस विभाग की अन्य इकाइयों को वीवीआईपी ड्यूटी पर लगाया गया है। संपूर्ण मार्ग व्यवस्था के प्रभारी Prashant Agrawal, डीआईजी बस्तर रेंज द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान मुस्तैदी, बेहतर टर्न-आउट, आवारा पशुओं की रोकथाम और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल रिपोर्टिंग के निर्देश दिए गए हैं, ताकि यात्रा-मार्ग सुरक्षित व निर्बाध रहें।

विवरण :: दिनांक 28 नवम्बर से 30 नवम्बर 2025 तक भारतीय प्रबंध संस्था (IIM) नया रायपुर के द्वारा आयोजित किए जाने वाले “DG conference 2025” में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का तीन दिवसीय रायपुर प्रवास कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान समस्त उपस्थित व्यक्तियों के लिए एक सुगम और प्रभावी यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।

इसके लिए संपूर्ण मार्ग व्यवस्था के प्रभारी प्रशांत अग्रवाल, जो कि बस्तर रेंज के डीआईजी हैं, द्वारा जिला रायपुर एवं अन्य संबंधित इकाइयों से यातायात व्यवस्था में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

उक्त दिशा-निर्देशों में विशेष रूप से VVIP ड्यूटी के दौरान मुस्तैदी पूर्वक ड्यूटी करने पर जोर दिया गया है, जिससे कि सभी समर्पित अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समयबद्ध और पेशेवर तरीके से निभा सकें।

इसके अलावा,
सभी अधिकारी और कर्मचारी को यह भी निर्देशित किया गया है कि वे अच्छी टर्न आउट बनाए रखें ताकि कार्यक्रम की गरिमा बनी रहे। VIP मार्ग में किसी भी प्रकार के आवारा मवेशियों की रोकथाम के लिए भी सख्त उपाय किए जाने की आवश्यकता है, ताकि यातायात में कोई रुकावट उत्पन्न न हो सके।

अंत में,
किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की पहचान होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारी को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे कि किसी भी संभावित संकट से त्वरित और प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।






